Vaid Baba kidney stone sfa

जय गुरुदेव
अश्मरी को साधारण भाषा में पथरी कहते है जो छोहारे की घुटली के समान पत्थर का रूप धारण कर लेती है| गुर्दा मूत्र प्रणाली अथवा वे मूत्राशय जहा भी इसे रुकना का कारण परतीत होता है तो वही जमना शुरू हो जाती है और पथरी बन जाती है | यह बुड्डो में कम व् जवानों और बचो को ज्यादा होती है |
जैसे नदी में निरंतर पानी बहने से पत्थरो पे कई चिपकती रहती है वैसे ही सख्त होकर पत्थर बन जाती है उसी प्रकार कफ के अंश गुर्दे व् मूत्राशय में इकठे होते रहते है और समय आने पर पथरी का रूप धारण कर लेते है |
गुर्दे की पथरी चार प्रकार की होती है -
वात,पित्त,कफ,शुक्र

पथरी की बीमारी पहचानने का तरीका
१. मूत्राशय में अफारा
२. मूत्राशय में पीड़ा
३. मूत्र का रुकना ,बुखार
किसी चीज़ में मन न लगना
पेशाब में बकरे के मूत्र जैसे गंध ए व् पेशाब चीरते  हुआ निकले व् Back की तरफ दर्द हो |
वात की पथरी के लक्षण
नाभि ,मस्तक और मूत्राशय में अत्यंत पीड़ा होती है |रोगी लिंग को मसलता है ,होठो को चबाता है व् पेशाब बून्द बून्द कर उतरता है | पथरी लाल काले रंग की और कांटेदार खुरदरी होती है
पित्त की पथरी के लक्षण
पेशाब जल के आता है | मूत्राशय में जलन होती है | शरीर में आग सी लगी परतीत होती है और शरीर में चुबन चुबन सी होती रहती है |पथरी बेर के समान काली लाल पिली रंगत की होती रहती है |
कफ की पथरी के लक्षण
कफ की पथरी भरी होती है ,न नींद आती है न ही शांति आती है व् न ही किसी कम में मन लगता है | कफ की पथरी चिकनी व् शहद के समान रंग वाली होती है
शुक्र की पथरी के लक्षण
इस तरह की पथरी ज्यादातर नोजवानो को होती है |जब एक बार वीर्य अपने स्थान से पतित हो जाये और सरे का सारा इंद्री द्वारा बाहर न निकले व् शुक्र प्रणाली या अंडकोषों द्वारा बाहर न निकले तो वायु उसे सुखाकर - शुक्र अश्मरी बना देता है | इससे शुक्र स्थान ,इंद्री के अंदर और अंडकोषों में पीड़ा होती है
पथरी का बहुत बुरा लक्षण
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पथरी के रोगी के नाभि और अंडकोषों पर सूजन आ जाये पेशाब बंद हो गया हो और पथरी का बहुत ज्यादा दर्द होता हो तो ऐसे रोगी को वैद को स्वस्थ होने का वादा नहीं करना चाहिए क्योकि ऐसे रोगी को मृतु का भय रहता है
गुर्दे की पथरी एक कष्टदायक बीमारी है |यह किसी भी उम्र व् मौसम में हो सकता है |
जो लोग कम पानी पीते है ज्यादा सूखा, नमकीन ,तला-भुना हुआ ,कच्चे चावल चबाते है ,या ज्यादा गर्मी में रहते है उनके शरीर में पानी की कमी रहती है - ऐसे लोगो में पथरी बननी की ज्यादा सम्भावना रहती है |
आयुर्वेवेदिक चिकित्सा प्रणाली में इसके बहुत से सफल इलाज है | पथरी के साइज के हिसाब से 5 -10mm की 7 -15 दिन में निकल जाती है | इससे बड़ी को ज्यादा समय भी लग जाता है | जो दवा हम पथरी के लिए देते है -इसको किसी भी उम्र का इंसान ले सकता है | उम्र के हिसाब से मात्रा कम या ज्यादा वैद की सलाह से की जा सकती है |इस दवा का कोई sideeffect नहीं है |
पथरी के रोगी के लिए परहेज क्या करे
१. चुना न खाये
२. बनावटी तरीके से पके हुए फल से परहेज करे
३.बीज वाली सब्जी जैसे भिन्डी ,बैंगन ,टमाटर आदि से बचे
४.पानी ज्यादा से ज्यादा पिए
गुर्दे की पथरी के सफल इलाज के लिए वैद बाबा जी से एक बार जरूर संपर्क करे व् दवा ऑनलाइन मंगवाने के लिए हमारी वेबसाइट www .vaidbaba .com पर ऑर्डर करे जी

Comments

  1. Namaskar
    I m suffering from kidney stone .i m taking berbery vulgaris .

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